मौसी को घोड़ीबानकर चुदाई मेरे एक रिश्ते के मौसा, जो काफ़ी दिनों तक हमारे घर पर रहे थे, की शादी में मैं सपरिवार शामिल हुआ लेकिन मैं अपनी मौसी को देख नहीं पाया। मेरे पेपर थे, इसलिए मैं उसी रात को अकेला वापिस आ गया। लेकिन पेपर खत्म होने के बाद एक महीने की छुट्टी में मैं अपने उस मौसा के घर गया तो मैंने पहली बार मौसी को देखा तो देखता ही रह गया। मौसी की लम्बाई करीब साढे पांच फ़ीट होगी और उनका रंग मानो दूध। मौसी के बाल तो उनके चूतड़ से भी नीचे थे। उमर भी बीस-इक्कीस से ज्यादा नहीं लगती थी।